विद्युत चुम्बकीय प्रेरण(Electromagnetic Induction) class 12th का एक important topic है जिसे स्टूडेंट्स नाम सुनके हिं भाग जाते हैं की ये कठिन होगा |
Electromagnetic Induction एक छोटी शी विडियो में समझो 1 मिनट से भी कम में समझें
लेकिन में आपको बता दूँ की विद्युत चुम्बकीय प्रेरण(Electromagnetic Induction) एक बहुत हिन् आसान टॉपिक है|
तो चलिए बिना देर किये हम आपने टॉपिक में चलते हैं |
विद्युत चुम्बकीय प्रेरण(Electromagnetic Induction)की सुरुआत कैसे हई?
तो विद्युत चुम्बकीय प्रेरण(Electromagnetic Induction) के पहले एक scientist जिनका नाम Oersterd था उन्होंने एक सिधांत दिया है की यदि किसी चालक में धारा प्रवाहित की जाये तो उसके चारो तरफ एक चुम्बकीय क्षेत्र उत्त्पन हो जाता है |
इसी बात को उलटे तरीके से लेकर MICHAEL FARADAY ने सोचा की अगर हम किसी कुंडली के आस-पास किसी चुम्बक को घुमाएँ तो विद्युत् धारा भी उत्पन होना चाहिए |
इसी खोज को लेकर माईकल फाराड़े हमेशा एक चुम्बक और एक कुंडली लेकर रहते थे पर उनको कभी सफलता नहीं मिलती थी |
तो उन्होंने सोचा की आज कुंडली और चुम्बक दोनों को फेक देता हूँ और फेक भी दिया पर फेकने से जो हुआ उसे सुनकर आप दन्ग रह जायेंगे |
जैसे हीं फेका – तो कुंडली के अंदर चुम्बक चली गयी जिससे galvanometer में Deflection हुआ और उन्हें सफलता मिल गयी |
फिर उन्होंने पूरी दुनिया को बताया और आपने दो नियम दिए
फैराडे का प्रथम नियम (faraday First law of electro magnetic induction)-
यदि किसी कुंडली के निकट किसी चुम्बक को इस प्रकार घुमाया जाए की उससे सम्बंधित छु,चुम्बकीय फ्लक्स का मान change हो तो उस कुंडली में एक विद्युत् वाहक बल (Induced emf) उत्पन्न हो जाता है तथा यदी कुंडली बंद हो तो उसमे के प्रेरित धारा उत्पन्न हो जाती है |
फैराडे का दूसरा नियम(faraday second law of electromagnetic induction)-
फैराडे के दुसरे नियम के अनुसार कुंडली में प्रेरित emf चुम्बकीय फ्लक्स परिवर्तन की ऋणात्मक दर के बराबर होता है |
फैराडे का दूसरा नियम प्रेरित emf का परिमाण बतलाता है |