Bharati bhawan class 10th bhoutiki chapter 14 notes urja ke srot क्लास दसवी विज्ञान ऊर्जा के स्रोत नोट्स hindi मे

By | August 17, 2022
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Chapter-14 ऊर्जा के स्रोत (Source of Energy)

ऊर्जा किसे कहते है?(what is energy?)

कार्य करने के क्षमता को ऊर्जा कहा जाता है| ऊर्जा विभिन्न वस्तुओ में अलग अलग प्रकार से संचित रहती है जिनके सहायता से हम कोई काम कर सकते हैं| जैसे – सूर्य से सोर्य ऊर्जा , पानी से हाइड्रोऊर्जा, इत्यादी|

ऊर्जा के स्रोत (Source of Energy)

ऊर्जा के स्रोत किसे कहते हैं?(what is definition of source of energy? in hindi)

वे सभी वास्तुयें जिनसे हमें ऊर्जा प्राप्त होती हैं उन वस्तुओ को ऊर्जा का स्रोत काहा जाता है|

जैसे -कोयला को जलाने से हमें ऊष्मा उर्जा मिलता है| पेट्रोलियम को जलने पर हमें ऊष्मा ऊर्जा मिलता है |

इस प्रकार हम कह सकते हैं की कोयला, पेट्रोलियम, यूरेनियम , सूर्य , हवा , लकड़ी इत्यादी ऊर्जा के स्रोत हैं|

ऊर्जा की आवश्यकता(Need of energy)

ऊर्जा की आवश्यकता क्यूँ होती है?(why the need of enrgy?)

किसी भी काम को होने के लिए कुछ ऊर्जा की आवश्यकता होती है|

ये ऊर्जा अलग -अलग वस्तुवो में अलग-अलग रूप में संचित रहती है |

ऊर्जा के रूप जैसे -ऊष्मा ऊर्जा, विद्युत् उर्जा, स्थितिज ऊर्जा, नाभिकिय ऊर्जा इत्यादी|

ऊर्जा की आवश्यकता निम्नलिखित कार्यो को करने में होती हैं –

  • प्रकाश संश्लेष्ण में
  • भोजन पकाने में |
  • CFL , LED , विद्बयुत बल्ब द्वारा प्रकाश उत्पन्न करने में |
  • परिवहन तथा यातायात के लिए गाडियों में |
  • घरेलु तथा कारखानों में मशीन को चलाने के लिए |
  • कृषि तथा उद्योग के कार्यो में |

ऊर्जा के उत्तम स्रोत के लक्षण(Properties of Energy Source)

ऊर्जा के उत्तम स्रोत के लक्षण क्या होते हैं?(What are the merits of good energy source?)

  • प्रति एकांक आयतन या प्रति एकांक द्रव्यमान में अधिक कार्य करे या उत्पन्न करे |
  • जिसका परिवाहन आसन हो |
  • जिसका भण्डारण आसान हो |
  • जो सस्ता और सरलता से उपलब्ध हो |
  • जो पर्यावरण को प्रदूषित नहीं करता हो|
  • जिसको उपयोग करने में आसानी हो |
  • जो सुरक्षित हो |

ईंधन (Fuel)

ईंधन किसे कहते हैं? (what is definition of Fuel? )

वह पदार्थ जिनको जलाने पर ऊष्मा तथा प्रकाश दोनों उत्पन्न करते हैं ईंधन कहलाते हैं |

जैसे – जीवाश्म ईंधन जैसे – कोयला , पेट्रोलियम तथा प्राकृतिक गैस |

अच्छे ईंधन के गुण (Properties of good FUEL?)

अच्छे ईंधन के गुण निम्नलिखित हैं –

  • जिसका कैलोरिफिक मान अधिक या उच्च हो |
  • जिसका भण्डारण तथा परिवहन आसान हो |
  • जिनको जलाने पर अधिक धुंआ तथा हानिकारक गैसों को उत्पन्न न करे |
  • जिसका ज्वलन ताप मध्यम हो |
  • जो सस्ता हो तथा आसानी से उपलब्ध जो |
  • जो आसानी से जल सके |

ऊर्जा के स्रोत का वर्गीकरण (Classification of Energy Source)

ऊर्जा के स्रोत दो प्रक्रार के होते हैं:-

  1. पारम्परिक स्रोत (Conventional source of Energy)
  2. गैर-पारम्परिक स्रोत (Non-Conventional source of Energy)

ऊर्जा के पारम्परिक स्रोत (Conventional Source of Energy) class 10th physics bhoutiki notes in hindi

पारम्परिक स्रोत की परिभाषा क्या है ?

ऊर्जा का वह स्रोत जिनका उपयोग लम्बे समय से मनुष्यों द्वारा किया जाता रहा है ऊर्जा के पारंपरिक स्रोत कहलाते हैं |

जैसे-जीवाश्म ईंधन(Bio-Fuel) , जैव- मात्रा (Bio-mass) , जलीय ऊर्जा(Hydro Energy) , पवन ऊर्जा(Wind Energy),

जीवाश्म ईंधन(Bio-Fuel) के उदाहरण- कोयला , प्रक्र्तिक गैस (जैसे -LPG, CNG)

ऊर्जा के गैर पारम्परिक स्रोत (Non-Conventional source of Energy)

ऊर्जा के वे स्रोत जो मनुष्यों द्वारा कुछ दिनों से हिं उपयोग किया जा रहा है उन्हें ऊर्जा के गैर पारम्परिक स्रोत (Non-Conventional source of Energy)

जैसे- सौर्य ऊर्जा ,भूतापीय ऊर्जा , नाभिकीय ऊर्जा , समुद्रो से प्राप्त ऊर्जा जैसे महासागरीय तापीय ऊर्जा, ज्वारीय ऊर्जा, तरंग ऊर्जा इत्यादी ऊर्जा के गैर पारम्परिक स्रोत (Non-Conventional source of Energy) स्रोत के उदाहरण हैं |

जीवाश्म ईंधन (BIO-FUEL)

जीवाश्म ईंधन किसे कहते है?(What is bio-fuel in hindi class 10th)

जीवो के अवशेषों से प्राप्त ईंधन को जीवाश्म ईंधन कहते हैं| जीवाश्म ईंधन प्राचीन काल से हिं ईंधन के रूप में उपयोग होते आया है इसलिए जीवाश्म ईंधन को ऊर्जा का परम्परिक स्रोत कहा जाता है |

जीवाश्म ईंधन के उदाहरण – जैसे-कोयला , पेट्रोलियम तथा प्रकृतिक गैस

जीवाश्म ईंधन को बनाने में लाखो -करोड़ो वर्षो का समय लगता है |

जीवाश्म ईंधन प्रकृति में निशित यानि की सिमित मात्रा में उपलब्ध है| अर्थात जीवाश्म ईंधन limited quantity में उपलब्ध हैं|

जीवाश्म ईंधन ऊर्जा के आनाविकरणीय स्रोत है|(non-renewable source)

जीवाश्म ईंधन भारत में दुनिया का 6% है |

जीवाश्म ईंधन से होने वाली हानियाँ या जीवाश्म ईंधन को जलाने से उत्पन्न होने वाली हानियाँ

जीवाश्म ईंधन से होने वाली हानियाँ या जीवाश्म ईंधन को जलाने से उत्पन्न होने वाली हानियाँ निम्नलिखित हैं-

  • जीवाश्म ईंधन को जलाने से कार्बन-डाई-ऑक्साइड , सल्फर, कार्बन-मोनो-ऑक्साइड, नाइट्रोजन इत्यादी कई अन्य जहरीली गैस उत्पन्न होती हैं |
  • जीवाश्म ईंधन को जलाने से कार्बन-डाई-ऑक्साइड , सल्फर, कार्बन-मोनो-ऑक्साइड, नाइट्रोजन वायु प्रदुषण तथा अम्ल वर्षा भी करा देते हैं |
  • अम्ल वर्षा जीवो के त्वचा तथा जालियो जीवो का नुकसान पहुचाता है|
  • जीवाश्म ईंधन को जलाने से कार्बन-डाई-ऑक्साइड उत्पन्न होता जो की एक ग्रीन हाउस गैस है जो ऊष्मा को ग्रहण करता है तथा ग्रीन हाउस प्रभाव उत्पन्न करता है |
  • ग्रीन हाउस गैस उन गैसों को काहा जाता है जो उष्मा को केवल अपने में अवोशोषित करती हैं तथा जिनके कारण पृथ्वी का तापमान बाढ़ जाता है जिससे धरती पे हमें अत्यधिक गर्मी लगने लगता है | इस प्रभाव को या घटना को ग्रीन हाउस प्रभाव कहा जाता है |

जीवाश्म ईंधन के जलने से उत्पन्न हानिकारक गैसों को हम अच्छे-अच्छे दहन प्रक्रिया को विकशित करके कम कर सकते हैं|


Thank you sir!