फ्लेमिंग के बाएँ हाथ का नियम का उपयोग चुबकीय बल की दिशा ज्ञात करने के लिए किया जाता है|
फ्लेमिंग के बाएँ हाथ का नियम क्या है
फ्लेमिंग के बाएँ हाथ का नियम का कथन –
यदि हम अपने बाएँ हाथ की अंगूठे, तर्जनी(index finger) तथा माध्यमा इन तीनो को इस प्रकार फैलाएं की तीनो आपस मे परस्पर लम्बवत हो, तो तर्जनी अंगुली को चुबकीय क्षेत्र की दिशा मे करे तथा मध्य अंगुली को विद्युत धारा की दिशा की ओर करे तो हमारा अंगूठा चुबकीय बल की दिशा को बातयेगा।

दाएँ हाथ का नियम नंबर -2 क्या है (Right Hand Rule number -2)
दाएँ हाथ के नियम नंबर -2 का उपयोग चुंबकीय बल कि दिशा को निर्धारित करने के लिए किया जाता है।
दाएँ हाथ के नियम नंबर -2 का कथन (statement of Right hand Rule number -2)
यदि हम अपने दाएँ हाथ के पंजे को इस प्रकार फैलाएँ की अंगूठा चालक मे प्रवाहित विद्युत धारा की दिशा तथा खुली हुई अंगुलीया चुंबकीय क्षेत्र की दिशा को बताती हो तो हमारे दाएँ हाथ का पंजा धक्का देने की दिशा मे चुंबकीय बल की दिशा को बतलायेगा।

अर्थात् हथेली चुंबकीय बल की दिशा को बताता है।