अगर आप भी जानना चाहते हैं की Koshika Ki Khoj Kisne Ki तो बिलकुल भी परेशान ना हों आप बिलकुल सही जगह पर आ चुके हैं इस ब्लॉग में आपको Koshika Ki Khoj Kisne Ki की पूरी जानकारी के साथ -साथ Koshika Ki Paribhasha, Koshika Ke Prakar, Koshika Ke Karye तथा Koshika Ki बनावट के बारे में भी पूरी जानकारी मिलेगी|

लगभा सभी कक्षाओं जैसे 8,9,10,11,12 के विद्यार्थियो को कोशिका के बारे पूछा जाता है। इसलिए क्लास 8,9,10,11 & 12th के सभी विद्यार्थियो की सहायता के लिए हमने Koshika Ki Khoj kisne ki thi के बारे में यह ब्लॉग लिखी है।
तो मै उमीद करता हूँ की आप इस ब्लॉग को पूरा पढ़ने के बाद Koshika के बारे में पूरी अच्छी तरीके से जान पाएंगे |
कोशिका की खोज (Koshika Ki Khoj Kisne Ki Thi)
Koshika Ki Khoj – कोशिका रोबर्ट हूके(Rpbert Hooke) द्वारा सन् 1665 में खोजी गयी थी | रोबर्ट हूके इंग्लैंड के एक महान scientist थे |
रॉबर्ट हुक ने बोतल के काग के एक बारीक परिच्छेद का स्वनिर्मित सूक्ष्मदर्शी(self made microscope) से अध्ययन करते हुए कि उसने काग की मृत कोशिकाओं से निर्मित प्रकोष्ठों को देखा और उनको कोशिका नाम दिया गया।
जीवित कोशिका की खोज किसने की (Jeevit Koshika Ki Khoj Kisne Ki)
Jeevit Koshika Ki Khoj– एंटॉन वान ल्यूवेनहॉक (Antonie van Leeuwenhoek) ने सबसे पहले जीवित कोशिका को देखा था इसलिए ये कहा जाता है कि Antonie van Leeuwenhoek ने जीवित कोशिका की खोज की थी | Antonie van Leeuwenhoek होलेंड के एक वैज्ञानिक थे |
कोशिका की परिभाषा (Koshika Ki Paribhasha)
कोशिका क्या है – कोशिक किसी भी जिव की एक संरचनात्मक तथा कार्यात्मक इकाई है जिससे मिलकर जीवो जा निर्माण होता है |
यानि की हम सभी कोशिका के बने हैं जैसे हमारा घर ईट से बनता है उसी तरह हमारा शरीर भी कोशिका से बना है |
हमारा शरिर अनेको प्रकार की कोशिकाओं से मिलकर बना है जिनकी संख्या लगभग 200 मानी जाती है |
कोशिका को English में cell काहा जाता है |
कोशिका की बनावट (Koshika ki banawat)
कोशिका कुछ अंगो से मिलकर बना होता हैं जिसे कोशीकांग कहते हैं। सभी जीवों का निर्माण कोशिका से होता है इसलिए कोशिका को जीवों की संरचनात्मक एवम् क्रियात्मक इकाई कहते हैं।

कोशिका में मुख्यत: तीन अंग होते हैं
1. कोशिका झिल्ली (cell membrane)
2. केन्द्रक (Nucleus)
3. कोशिकाद्रव्य (Cytoplsam)
कोशकांग -जिन घटकों से कोशिका बना हैं उन्हें कोशिकांग कहते हैं।
कोशिका में निम्नलिखित कोशीकांग होते हैं –
- Cell wall
- cell membrane
- Golgi apparatus
- Membrane receptor
- Mitochondria
- Nucleus
- Endoplasm
- cytoplasm
- Centriole
- Microvillus
- Lysome
- Centrisome
- Cilium
- Ribosome
कोशिका के प्रकार (Koshika Ke Prakar)
Koshika Ke Prakar– कोशीका बनावट के आधार पर दो प्रकार का होता है –
- प्रोकैरियोटिक कोशिका (Prokaryotic Cell)
- यूकैरियोटिक कोशिका (Eukaryotic cell)
1.प्रोकैरियोटिक कोशिका (Prokaryotic Cell)

प्रोकैरियोटिक कोशिका (Prokaryotic Cell) मे केंद्रक सुसंगठित नही होता है तथा इस तरह के कोशिका में केंद्रक अनुपस्थित होती है l
प्रोकैरियोटिक कोशिका (Prokaryotic Cell) मे कोशिकांग झिल्ली द्वारा घिरे नही होते हैं जैसे जीवाणु के कोशिका, नीले हरे शैवाल etc.
प्रोकैरीओटिक कोशिका एक कोशिकीय सूक्ष्म जीव में पाया जाता है।
प्रोकैरियोटिक कोशिका कोशिका का व्यास लगभग 0.1 से 0.5 माइक्रोमीटर के करीब होता है।
प्रोकैरियोटिक कोशिका का निर्माण द्विखंडन (Binary Fission) से होता है। अर्थात इसमें parent cell दो नए कोशिका में बंट जाता है तथा नए कोशिका का निर्माण होता है।
यूकैरियोटिक कोशिका (Eukaryotic cell)

यूकैरियोटिक कोशिका (Eukaryotic cell) कोशिका का ऐसा प्रकार है जिसमे एक पूर्ण विकसित केन्द्रक तथा कोशीकांग पाये जाते हैं।
यूकैरियोटिक कोशिका (Eukaryotic cell) मनुष्य तथा पादप यानी की पौधो में पाया जाता है।
यूकैरियोटिक कोशिका (Eukaryotic cell) बहु कोशिकीय (Multi cellular) सूक्ष्म जीवों में पाया जाता है।
यूकैरियोटिक कोशिका (Eukaryotic cell) का व्यास लगभग 10से 100 माइक्रोमीटर के बीच होता है।
यूकैरियोटिक कोशिका (Eukaryotic cell) का निर्माण sexual तथा asexual reproduction से होता है।
कोशिका का कार्य Koshika Ke Karye
कोशिका का कार्य : कोशिका के कार्य निम्नलिखीत हैं
- कोशिका से सभी जीवी का निर्माण होता है।
- कोशिका के विभाजन से नए जीवों का निर्माण होता है।
- एक जैसे कोशिका के समूह उत्तक का निर्माण करता है।
- कोशिका के कारण कोई भी जीव स्वतंत्र जीवन यापन करने में सक्षम होता है।
- कोशिका भोजन का अवशोषण, पाचन, स्वश्न, उत्सर्जन, स्त्राव, गति तथा प्रजनन में सहायता करता है।