1.भौगोलिक अक्ष(Geographical Axis)-
पृथ्वी के भौगोलिक उतरी धुर्व और भौगोलिक दक्षिणी ध्रुव को मिलाने वाली रेखा को भौगोलिक अक्ष कहते हैं।
यह वास्तव में Earth का Rotational Axis होता है।
2.भौगोलिक निरक्ष (Geographical Equator)
भौगोलिक अक्ष के लम्बवत तल में पृथ्वी की सतह पर खीचा गया वह महतम वृत्त(circle)
जो पृथ्वी को दो बराबर अद्ध गोलों मे विभाजित करता है, भौगोलिक निरक्ष कहलाता
है भौगोलिक निरक्ष पर स्थित प्रत्येक बिंदु प्रत्येक भोगोलिक ध्रुव से एकसमान दुरी पर स्थित होता है |
3.भौगोलिक यम्योतर(Geographical meredian)
किसी भी स्थान पर भोगोलिक उतर और दक्षिण को मिलाने वाली रेखा की (Geographical axis) में होकर गुजरने वाला perpendicular(लम्बवत) तल भौगोलिक यम्योतर कहलाता है|
4.चुम्बकीय ध्रुव (magnetic poles)
यदि किसी चुम्बकीय सुई को किसी string से बांधके लटकाया जाये तो वो जीन दो स्थानों पर पूर्णतः vertical हो जाता है उन दोनों स्थानों को पृथ्वी का ध्रुव कहा जाता है|
5. चुम्बकीय अक्ष (magnetic axis)
चुम्बक के दक्षिणी तथा उतरी ध्रुव(pole) को मिलाने वाली रेखा को पृथ्वी का अक्ष कहा जाता है|
यह भोगोलिक अक्ष से 11.5 0 पर होता है |
6.चुम्बकीय निरक्ष (Magnetic Equator)
जिन स्थानों पर चुम्बकीय सुई पृथ्वी के सतह के समांतर (parallel) अर्थात क्षैतिज (horizontal ) रहती है उन स्थानों से गुजरने वाली तथा पृथ्वी के ध्रुव को मिलाने वाली रेखा के लम्बवत तल पृथ्वी के सतह को एक वृत्त में कटता है इस वृत्त को
हि चुम्बकीय निरक्ष (Magnetic Equator) कहा जाता है|
7.चुम्बकीय यम्योतर (Magnetic Meridian)-
किसी भी स्थान पर पृथ्वी के चुम्बकीय उतरी तथा दक्षिणी ध्रुव को मिलाने वाली रेखा से होकर गुजरने वाला तल(plane) को चुम्बकीय यम्योतर (Magnetic Meridian) कहा जाता है|
8.दिक्पात कोण (Angle of Declination)….(α)
किसी स्थान पर चुम्बकीय यम्योतर तथा भौगोलिक यम्योतर के बिच बना न्यून कोण उस स्थान के लिए दिक्पात कोण (Angle of Declination) कहलाता है|
–इसे α(alpha) से सूचित किया जाता है|